मोटापा के कारण हो सकता है फैटी लिवर – जाने इस अवस्था को

Motapa ke karan ho sakta hai Fatty Liver

हां, मोटापा (obesity) के कारण फैटी लिवर (Fatty Liver) की समस्या हो सकती है। इसे नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) कहा जाता है, जो मुख्य रूप से तब होता है जब लीवर में अधिक फैट जमा हो जाता है। जब यह स्थिति बिगड़ती है, तो इससे लीवर की कार्यक्षमता पर असर पड़ सकता है और अधिक गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि लीवर सूजन (NASH), सिरोसिस और यहां तक कि लिवर फेल्योर (liver failure)।

फैटी लिवर होने का क्या मतलब होता है?(What does it mean to have Fatty Liver?)

फैटी लिवर (Fatty Liver) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लीवर (जिगर) में वसा (fat) का अत्यधिक जमा होना होता है। जब शरीर में वसा का अधिकतम हिस्सा लीवर में जमा हो जाता है, तो उसे “फैटी लिवर” कहा जाता है। यह स्थिति आमतौर पर तब होती है जब शरीर में वसा का संतुलन बिगड़ जाता है और लीवर उसे पूरी तरह से प्रोसेस करने में सक्षम नहीं होता।

फैटी लिवर के प्रकार:(Types of Fatty Liver)

नॉन-अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD):

यह सबसे सामान्य प्रकार है, जिसमें शराब के सेवन का कोई संबंध नहीं होता। यह स्थिति मोटापे, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, और इंसुलिन प्रतिरोध जैसी स्थितियों के कारण हो सकती है।

अल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज:

जब कोई व्यक्ति अत्यधिक शराब का सेवन करता है, तो शराब से लीवर में वसा जमा हो सकती है। इसका कारण शराब के पदार्थों का लीवर द्वारा प्रोसेसिंग के दौरान उत्पन्न होने वाले रसायन होते हैं, जो लीवर को नुकसान पहुंचाते हैं।

फैटी लिवर होने के कारण:(Causes of Fatty Liver)

  • मोटापा (Obesity): अत्यधिक वजन और पेट के आसपास वसा का जमा होना फैटी लिवर का प्रमुख कारण है।
  • शराब का अत्यधिक सेवन: शराब के अधिक सेवन से भी लीवर में वसा जमा हो सकता है।
  • किसी प्रकार की मेटाबोलिक बीमारी: जैसे इंसुलिन प्रतिरोध, डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर।
  • गलत आहार और जीवनशैली: अधिक फैटी, चीनी और जंक फूड्स का सेवन भी लीवर में वसा जमा कर सकता है।
  • दवाइयों का सेवन: कुछ दवाइयां भी फैटी लिवर का कारण बन सकती हैं, जैसे कि स्टेरॉयड्स और कुछ अन्य दवाइयां।

फैटी लिवर के लक्षण:(Symptoms of Fatty Liver)

  • फैटी लिवर के शुरुआती चरणों में आमतौर पर कोई विशेष लक्षण नहीं होते, लेकिन जैसे-जैसे स्थिति बिगड़ती है, कुछ लक्षण हो सकते हैं:
  • थकान और कमजोरी
  • पेट के ऊपरी हिस्से में दबाव या दर्द
  • वजन बढ़ना या असामान्य वजन कम होना
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्त शर्करा
  • त्वचा या आंखों का पीलापन (अगर स्थिति गंभीर हो)

मोटापा और फैटी लिवर के बीच संबंध:(Connection between Obesity and Fatty Liver)

  • वसा का जमाव: जब शरीर में अधिक कैलोरी जमा होती हैं, विशेष रूप से वसा (fat) के रूप में, तो यह लीवर में भी जमा हो सकती है। जब लीवर में वसा का अत्यधिक जमाव होता है, तो यह फैटी लिवर का कारण बनता है।
  • इंसुलिन प्रतिरोध (Insulin Resistance): मोटापे में शरीर का इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया कमजोर हो जाती है, जिससे रक्त में शुगर का स्तर बढ़ता है। यह स्थिति लीवर में फैट के जमाव को बढ़ा सकती है।
  • विशेष रूप से पेट के आसपास वसा (Visceral fat): पेट के आसपास जमा वसा फैटी लिवर के जोखिम को बढ़ाती है। यह वसा लीवर को सीधे प्रभावित करती है, जिससे फैटी लिवर की संभावना बढ़ जाती है।

कैसे करे फैटी लिवर का इलाज?(Treatment of Fatty Liver)

  • आहार में सुधार: स्वस्थ आहार में अधिक फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, मछली और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर भोजन शामिल करना।
  • वजन कम करना: मोटापे के इलाज के लिए वजन घटाना फैटी लिवर के इलाज में मदद कर सकता है।
  • व्यायाम: नियमित शारीरिक गतिविधि, जैसे चलना, दौड़ना, तैराकी या योग, फैटी लिवर को ठीक करने में सहायक हो सकती है।
  • शराब से परहेज: अगर शराब का सेवन किया जाता है, तो उसे कम या पूरी तरह से बंद करना आवश्यक है।
  • दवाइयाँ: डॉक्टर द्वारा दिए गए इलाज का पालन करना, जैसे कि रक्त शर्करा और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना।

यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो फैटी लिवर स्थिति गंभीर हो सकती है, जिससे लीवर की कार्यक्षमता में कमी आ सकती है और गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

फैटी लीवर को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका क्या है?

फैटी लिवर को कम करने के लिए कोई त्वरित उपाय या विशिष्ट दवा नहीं है। हालाँकि, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से मदद मिल सकती है। स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम इस स्थिति को प्रबंधित करने का एक तरीका है।

क्या दही लिवर के लिए अच्छा है?

कम वसा वाला दही फैटी लिवर के अनुकूल आहार के लिए एक बेहतरीन पूरक है क्योंकि इसमें प्रोटीन और बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

क्या पपीता लीवर के लिए अच्छा है?

पपीता पाचन के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें पैपीन पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है। यह लिवर के लिए भी काफी अच्छा होता है, क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो लिवर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।

फैटी लीवर के लिए सबसे अच्छा नाश्ता कौन सा है?

फैटी लिवर से पीड़ितों को नाश्ते में चाय, ब्रेड या शुगर लेने से परहेज करना है। इससे अलग आप अपने नाश्ते में ओट्स को शामिल कर सकते हैं। साथ ही ब्रेकफास्ट में उपमा, फ्रूट चाट या दलिया खा सकते हैं।xl

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