बवासीर का 15 दिनो में बिना ऑपरेशन इलाज | Piles Treatment

बवासीर का 15 दिनो में बिना ऑपरेशन इलाज

बवासीर का 15 दिनो में बिना ऑपरेशन इलाज : क्या आप बवासीर (पाइल्स) की समस्या से परेशान हैं? दवाएं लेने के बाद भी अगर मलाशय और गुदा में समस्या बनी हुई है और आप सर्जरी के बारे में सोच रहे हैं, तो थोड़ा सावधान होने की जरूरत है। अक्सर सर्जरी के बाद भी पाइल्स दोबारा हो सकते हैं, और मरीज को पूरी राहत नहीं मिलती।

ऐसे में सही इलाज के लिए गुदा रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना जरूरी है। पाइल्स की महिला डॉक्टर से संपर्क करने और परामर्श बुक करने के लिए हमें कॉल करें

Bawasir Kya Hai? – What is Piles in Hindi

बवासीर के इलाज के लिए कई उपाय उपलब्ध हैं। हालांकि, आयुर्वेद को सबसे सुरक्षित और प्रभावी इलाज के रूप में माना जाता है। आयुर्वेदिक उपचार में जड़ी-बूटियों, आहार और जीवनशैली में बदलाव को प्राथमिकता दी जाती है, जो न केवल समस्या का समाधान करते हैं, बल्कि शरीर को भी संतुलित रखते हैं। इसके अलावा, खानपान में फाइबर की अधिकता, पर्याप्त पानी पीना, और शारीरिक व्यायाम करना बवासीर के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

वहीं, यदि स्थिति अधिक गंभीर हो, तो चिकित्सा उपचार की आवश्यकता पड़ सकती है, जिसमें दवाइयाँ, लेजर उपचार, या सर्जरी शामिल हो सकती है। बवासीर का इलाज समय पर करना महत्वपूर्ण है, ताकि यह समस्या और बढ़ने से पहले ठीक हो सके और व्यक्ति को राहत मिल सके।

बवासीर के ग्रेडस

  • ग्रेड 1 और 2: इन्हें आयुर्वेदिक और घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है।
  • ग्रेड 3 और 4: ये गंभीर होते हैं और इनमें सर्जरी की जरूरत पड़ती है। सर्जरी के लिए क्षारसूत्र को सबसे सुरक्षित और सफल माना जाता है।

सही इलाज और विशेषज्ञ की सलाह से इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।

पाइल्स (बवासीर) में होने वाली जांचे

  • बवासीर (पाइल्स) के इलाज की शुरुआत डॉक्टर शारीरिक जांच से करते हैं। यदि समस्या गुदा के अंदर तक फैली हो, तो डॉक्टर (प्रोक्टोलॉजिस्ट) डिजिटल रेक्टल जांच की सलाह देते हैं।
  • आंतरिक बवासीर की स्थिति को समझने के लिए डॉक्टर प्रॉक्टोस्कोप, एनोस्कोप या सिग्मोइडोस्कोपी जैसे उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं। ये जांच मलाशय (रेक्टम) और गुदा के निचले हिस्से की स्थिति साफ-साफ दिखाने में मदद करती हैं।

बवासीर (Bavasir) की जांच प्रक्रिया – bawaseer ka ilaj


बाहरी बवासीर की जांच केवल गुदा क्षेत्र को देखकर और कुछ शारीरिक परीक्षण द्वारा की जा सकती है। आंतरिक बवासीर का निदान करने के लिए इमेजिंग प्रक्रियाओं का सहारा लेना पड़ सकता है।

  • एंडोस्कोपी: मलाशय और गुदा की लाइनिंग देखने के लिए एंडोस्कोप का उपयोग, एनेस्थीसिया की जरूरत नहीं होती।
  • रिजिड प्रोक्टो सिग्मोइडोस्कोपी: आंत और मलाशय की जांच के लिए प्रॉक्टोस्कोप का उपयोग, एनेस्थीसिया की जरूरत नहीं।
  • कोलोनोस्कोपी/फ्लेक्सिबल सिग्मोइडोस्कोपी: पाइल्स के लक्षण अन्य पाचन बीमारियों का संकेत दें तो यह टेस्ट जरूरी है।

मेडिकल इतिहास – Medical history

डॉक्टर आपसे आपका मेडिकल डाटा देने को कह सकता है।

  • आप क्या खाते हैं?
  • कितनी बार शौचालय जाते हैं?
  • रेचक का उपयोग करते हैं या नहीं?
  • और इन दिनों आप कौन सी दवाइयां ले रहे हैं?

समेत अन्‍य सवाल पूछ सकते हैं। इसके बाद डॉक्टर पाइल्स के लक्षणों को विस्तार से बताने को कहेंगे, जैसे:

  • ब्लीडिंग होती है या नहीं?
  • मल त्याग के दौरान दर्द होता है या नहीं?
  • मल त्याग के दौरान मस्से गुदा के बाहर निकलते हैं या हमेशा बाहर निकले रहते हैं?
  • उठते-बैठते दर्द होता है या नहीं?
  • मल कठोर रहता है या मुलायम?

इस तरह के प्रश्नों से रोगी के लक्षणों की गंभीरता को समझा जा सकता है और बवासीर का ग्रेड पता लगाने में आसानी होती है।

बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय क्या है?

बवासीर में गुदा क्षेत्र की नसों में सूजन के कारण मस्से बन जाते हैं। ये मस्से सूजे हुए दिखते हैं और इनमें खून या पस भरा हो सकता है। समय के साथ इन मस्सों का आकार बढ़ने लगता है, यानी बवासीर की स्थिति (ग्रेड) गंभीर हो सकती है।

मस्सों को सुखाने के उपाय:

  • हल्के गर्म पानी से स्नान करें।
  • मस्सों पर बर्फ की सिकाई करें।
  • नारियल का तेल लगाएं।
  • विच हेज़ल का इस्तेमाल करें।
  • डॉक्टर की सलाह से दवाइयां लें।

हालांकि ये उपाय मरीज की हालत और बवासीर की गंभीरता पर निर्भर करते हैं।

क्या घरेलू नुस्खे असरदार हैं?
हल्की बवासीर में घरेलू उपाय असरदार, गंभीर स्थिति में सर्जरी जरूरी। सही इलाज से बवासीर पूरी तरह ठीक हो सकती है।

बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने के उपाय

बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने के उपाय नीचे दिए जा रहे हैं:

  • सिट्ज बाथ: हल्के गर्म पानी में बैठने से मस्से सूखते हैं, हफ्ते में 2-3 बार उपयोग करें।
  • ठंडी सिकाई: बर्फ की थैली मस्सों पर रखने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है।
  • नारियल तेल: मस्सों पर नारियल तेल लगाने से जलन और सूजन कम होती है।
  • एलोवेरा: एलोवेरा सूजन और जलन में राहत देता है, इसे नियमित गुदा क्षेत्र पर लगाएं।

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